गुरुवार, 23 मार्च 2023

सुतल पिया के जगावै हो रामा कोइली तोरी बोलिया.../ मैथिली लोकगीत / चैती / गायन : भव्या रानी

 https://youtu.be/NEIKBFN8Hxo


सुतल पिया के जगावै हो रामा 
कोइली तोरी बोलिया

कोइली तोरी बोलिया
हो कोइली तोरी बोलिया
सुतल पिया के जगावै हो रामा 
कोइली तोरी बोलिया

आन दिन बोले कोइली भोर-भिनसरवा 
आन दिन बोले कोइली भोर-भिनसरवा 
आज किया बोले आधी रतिया हो रामा 
चैत महिनवा 
सुतल पिया के जगावै हो रामा 
कोइली तोरी बोलिया

तोर बोली सुनि का पिया मोर जागल 
तोर बोली सुनि का पिया मोर जागल 
उठि चले परदेसवा हो रामा 
चैत महिनवा 
सुतल पिया के जगावै हो रामा 
कोइली तोरी बोलिया

होइत परात कोइली खोत उजारब 
होइत परात कोइली खोत उजारब 
काटब चनन घन गछिया हो रामा 
चैत महिनवा 
सुतल पिया के जगावै हो रामा 
कोइली तोरी बोलिया

जौ हम जनितौं पिया चलि जैता 
जौ हम जनितौं पिया चलि जैता 
बंधितौं रेशम के डोरिया हो रामा 
चैत महिनवा 
सुतल पिया के जगावै हो रामा 
कोइली तोरी बोलिया

सगरौ राति हम जगिले रहलौं 
सगरौ राति हम जगिले रहलौं 
भोर में गइलौं अलसाइ हो रामा 
चैत महिनवा 
सुतल पिया के जगावै हो रामा 
कोइली तोरी बोलिया

कोइली तोरी बोलिया
कोइली तोरी बोलिया
कोइली तोरी बोलिया
कोइली तोरी बोलिया
सुतल पिया के जगावै हो रामा 
कोइली तोरी बोलिया
सुतल पिया के जगावै हो रामा 
कोइली तोरी बोलिया
सुतल पिया के जगावै हो रामा 
कोइली तोरी बोलिया

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