बोलावा विठ्ठल पहावा विठ्ठल । करावा विठ्ठल जीवभाव ॥१॥
विट्ठल बोलूँ ,विट्ठल देखूँ। विट्ठलमय हो जाऊँ।।
येणें सोसें मन जालें हांवभरी । परती माघारीं घेत नाहीं ॥२॥
इस अदम्य कामना से मन लुब्ध है। और संसार में नहीं लौटना चाहता।।
बंधनापासूनि उकलल्यि गांठी । देतां आली मिठी सावकाशें ॥३॥
विषयों की गाँठ खुल गयी। मुक्त हो, विट्ठल का प्रगाढ़ आलिंगन संभव हुआ।।
तुका म्हणे देह भरिला विठ्ठल । कामक्रोधें केलें घर रीतें ॥४॥
'तुका' मेरी देह विट्ठल से भर गयी। अब इसमें काम-क्रोध के लिए कोई रिक्ति शेष नहीं।।
English Translation (from Internet Search)
Abhanga "Bolava Vitthal"..... This marathi abhanga describes the ecstatic state of a mind of a devotee who is overwhelmed with the love of the Lord Vitthala. When Lord enters his mind everything gets forgotten instantly. With utmost ease the devotee leaves behind all the binding attachments of the world and the vices that are most difficult to get rid of. In rapture he rushes to embrace the Lord and becomes one with Him.
Translation:
"(I want to) speak (of) Vitthala, (I want to) see Vitthala and (I want to) make Vitthala my very own"; with this uncontrollable desire my mind has become very greedy and it does not wish to come back to the world. The knots of worldly bondages came undone and I was leisurely able to hold Vitthala in a deep embrace. Tuka says - my whole being is filled with Vitthala through and through, so no place is left for the desire and anger. They had to vacate their abode.
না না না না বুঝলে দেবদুলাল, এখন সে আর নেইকো জেলে এমনি ভাল ছেলে … এখন সে আর নেইকো জেলে এমনি ভাল ছেলে — এবার ইলেকশনে দাঁড়িয়েছে সে মন্ত্রী হবে বলে, বুঝলে, ইলেকশনে দাঁড়িয়েছে সে মন্ত্রী হবে বলে
এ… এ …মন্ত্রী হবে বলে ! অ্যাঁ, বল কি নন্দলাল ! অ্যাঁ, বল কি নন্দলাল ! এতো দেখছি খাসা ছেলে … মন্ত্রী কি এম-এল-এ হলে সব কলংক যাবে চলে মন্ত্রী কি এম-এল-এ হলে সব কলংক যাবে চলে … জয় কালি জয় কালি বলে দাও ঝুলিয়ে দাও ঝুলিয়ে, জয় কালি জয় কালি বলে দাও ঝুলিয়ে দাও ঝুলিয়ে,
কি না বুঝলে নন্দলাল .. তা ঠিক বলেছ দেবদুলাল
কি না বুঝলে নন্দলাল .. তা ঠিক বলেছ দেবদুলাল !
কি না বুঝলে নন্দলাল .. তা ঠিক বলেছ দেবদুলাল !!
In Devnagri font : (हिन्दी /देवनागरी लिप्यान्तर)
ओहे नन्दलाल, शुनछि नाकि मेयेर बिये, तो पात्र केमन देके एले ? पात्र खुबइ भाल, खाँटि सत् ब्राह्मणेर छेले, चोख दुटो या ट्यारा , एकटा ठ्याङ खोँड़ा, रंटा बेजाय कालो, नइले पात्र खुबइ भाल ! अ्याँ, बल कि नन्दलाल ! भेङ्गे ब्राह्मणेर रेयाज छेले कि ना खाच्छे पेँयाज .. ना ना ना ना, बुझले देबदुलाल, पेँयाजटा तो रोज खाय ना एमनि भाल छेले . पेँयाजटा खाय माझे मध्ये मांस-टांस खेले … मांस-टांस खेले . अ्याँ, बल कि नन्दलाल ! आरे छि छि छि छि , शेषे किना पेले, पेँयाज-खेको मांस-खेको छेले ए ए ए ! ना ना ना ना, बुझले देबदुलाल, मांसटा तो रोज खाय ना एमनि भाल छेले . मांसटा खाय माझे मध्ये नेशा टेशा करले, नेशा टेशा करले . अ्याँ, बल कि नन्दलाल ! आरे छो छो छो छो — शेषे किना पेले पेँयाज-खेको, मांस-खेको, मोदो-माताल छेले ए ए ए ! अ्याँ, बल कि नन्दलाल ! आरे तउबा तउबा तउबा, एतो देखछि एक्केबारे हाड़-हाभाते छेले ! ना ना ना ना बुझले देबदुलाल, एखन से आर नेइको जेले एमनि भाल छेले … एखन से आर नेइको जेले एमनि भाल छेले — एबार इलेकशने दाँड़ियेछे से मन्त्री हबे बले, बुझले, इलेकशने दाँड़ियेछे से मन्त्री हबे बले ए… ए …मन्त्री हबे बले ! अ्याँ, बल कि नन्दलाल ! अ्याँ, बल कि नन्दलाल ! एतो देखछि खासा छेले … मन्त्री कि एम-एल-ए हले सब कलंक याबे चले मन्त्री कि एम-एल-ए हले सब कलंक याबे चले … जय कालि जय कालि बले दाओ झुलिये दाओ झुलिये, जय कालि जय कालि बले दाओ झुलिये दाओ झुलिये, कि ना बुझले नन्दलाल .. ता ठिक बलेछ देबदुलाल कि ना बुझले नन्दलाल .. ता ठिक बलेछ देबदुलाल ! कि ना बुझले नन्दलाल .. ता ठिक बलेछ देबदुलाल !!
In English font :
Ohe Nandalal Shunchi naki meyer biye To patro kemon dekhe ele
Patro khubi Bhalo Khati shot brahmoner chele Chokh duto ja tyara Ekta teng khura Rongta bejay kalo Noile Patro khubi bhalo
To hokge Bujhle nandalal Patro temon sorosh hole Kana kingba kurata keu bichar kore khura Joy kali joy kali bole Dao jhuliye dao jhuliye Bujhle nandalal
Eh, Bolo ki Nandalal Venge brahmoner reyaj Chele ki na khacche peyaj
Na na na na, bujhle debdulal Peyajta to roj khay na Emni valo chele peyajta Khay maje moddhe Mangsho tangsho khele..mangsho tangsho khele
Eh, Ki bolo bolo nandalal Are chi chi chi Sheshe kina pele, peyaj kheko Mangsho-kheko chele e e e
Na na na na, bujhle debdulal Mangsota to roj khay na Emni valo chele Mangsho khay majhe moddhe nesha tesha korle Nesha tesha korle..
नंदलाल और देवदुलाल
गीत और धुन : सलिल चौधरी
हे नंदलाल, मैं अपनी बेटी की शादी सुन रहा हूँ, तो बर्तन कैसा लगा? बर्तन बहुत अच्छा है, एक शुद्ध ईमानदार ब्राह्मण का पुत्र, वो दो आँखें जो तारा, एक पैर खोदो, रंग बहुत काला है, नहीं तो बर्तन बहुत अच्छा है! जैसा भी हो, नंदलाल समझते हैं, अगर बर्तन इतना चिकना है, कोई है जो अंधा या लंगड़ा है थोड़ा जज करना, जॉय काली कहते हैं जॉय कली इसे जाने दो, इसे जाने दो, नंदलाल .. लेकिन अगर आप देवदुलाल को समझते हैं, कुछ और ही गलत है, यह ब्राह्मणों की परंपरा को तोड़ता है। जब भी मौका मिलता है लड़का खा लेता है थोड़ा सा प्याज, थोड़ा सा प्याज!
आह, बताओ नंदलाल!
ब्राह्मणों के रीति-रिवाजों को तोड़ना
क्या लड़का प्याज नहीं खा रहा है..
नहीं, नहीं, नहीं, समझे तो देवदूलाल,
वह रोज प्याज नहीं खाता, वह कितना अच्छा लड़का है।
वह समय-समय पर प्याज खाता है
मीट-टंग्स प्ले... मीट-टंग्स प्ले।
आह, बताओ नंदलाल!
अरे बू बू बू,
दिन के अंत में प्याज खाएं
मांस खाने वाला लड़का!
नहीं, नहीं, नहीं, समझे तो देवदूलाल,
इतना अच्छा लड़का रोज मांस नहीं खाता।
यदि आप मांस खाते हैं और समय-समय पर नशा करते हैं,
नशे में होने पर।
आह, नंदलाल को बताओ!
अरे चो चो चो -
प्याज खाने के अंत में,
मांस खाने वाला, मोडो-शराबी लड़का!
आह, बताओ नंदलाल!
अरे, पश्चाताप करो, पश्चाताप करो, पश्चाताप करो,
मैं इतना हड्डी-हैवेट लड़का देखता हूँ!
नहीं, नहीं, नहीं, मुझे समझ नहीं आया, देवदूलाल,
अब वह और नीको जेल में इतने अच्छे लड़के हैं।
अब वह और नीको जेल में इतने अच्छे लड़के हैं -
इस बार वह चुनाव में खड़े होकर कह रहे हैं कि मंत्री बनेंगे।
जाहिर है, वह चुनाव में खड़े होकर कह रहे हैं कि वह मंत्री बनेंगे
शम्भुजीत बास्कोटा (जन्म- १५ मार्च १९५७, काठमाण्डू, नेपाल), एक
नेपाली गीतकार, संगीतकार एवं गायक हैं। वे नेपाली फिल्म इंडस्ट्री के
अत्यंत लोकप्रिय एवं सर्वाधिक गीत-संगीत रचयिता गायक हैं। उन्होंने
३५५ से भी अधिक नेपाली फिल्मों और २००० से भी अधिक भजनों,
लोकगीतों एवं अन्य आधुनिक नेपाली गीतों के लिए संगीत रचना की है।
The lyrics are fairly simple to those who understand Nepalese language,
to those who don't here is this interpretation for Ratko Rani :
Like a red flower grows in the night, your love has grown in my heart and I have a desire to take you around Kathmandu City. I will give you all my love and marry you by keeping your moon-like image in my heart. I came remembering your love and please accept it thinking I am yours forever. Rhododendron flower is all in my heart and if you choose to love me back my whole life will be fruitful. I came here crossing 9 hills and have a deep desire to take you around beautiful Kathmandu City.
p.s. it is a literal interpretation of the song, its true meaning however only comes to you when you listen carefully.
Rato Rani Phule Jhai Sanjhama Like the Queen of the Night blooming at dusk Timi Phulyou Kaleji Majhama You blossomed right in the center of my heart Manko Rahara My heart’s desire Kanchhilai Ghumaune Kathmandu Sahara To show my beloved around Kathmandu city
Sindur Diula Pote Diula Maya Bhakera
I’ll grace you with sindur and pote with a promise of love
Chandra Jasto Timro Muhaar Dilma Rakhera
Your moon-bright face always stitched to my heart
Ma Ta Aaye Mayalai Samjhera
I return for my love
Maya Laaideu Timrai Ho Bhanera
Will you accept me like I was never gone
Manko Rahara
My heart’s desire
Kanchhilai Ghumaune Kathmandu Sahara
To show my beloved around Kathmandu city
Laliguras Banai Bhari Banai Ramailo
The forest relishes its cloak of rhododendron
Timi Paaye Jindagimaa Manai Ramailo
My heart would likewise relish your companionship for life
Ma Ta Aako Nau Dada Kaatera
I came negotiating the nine mountains
Lanchhu Timilai Motorma Rakhera
With the intent of stowing you away in an automobile
You say you want to bath, when the waves subside, is there an end to the
endless mind ?
सागर-स्नान, लहरों के शांत हो जाने पर करूँगा, यह सोच कितनी भ्रान्तिपूर्ण है।
आखिर इस अन्तहीन अशान्त मन का कोई अंत भी है ?
Charnam 1
dAhamaNagina venaka tatvamerigeda nanna
dAhamElaNugu tA tatvamE merugu
dEhambu gala yanni dinamulakunu padArdha
mOhamE luDugu dA mudamEla kalugu ||
You say "let me quench my thirst,and then i ll find the truth" why should thirst be quenched? how can you know truth ? is there an end ?
All the days you have a body, why should longing cease ?
how can you find joy?
is there an end ?
तुम कहते हो, "पहले तृप्त हो जाऊँ फिर सत्य को खोजूँगा"।
पहले तृप्ति क्यों? सत्य को कब जान पाओगे?
क्या इसका कोई अंत है?
Charnam 2
mundarerigina venaka modalu maracheda nanna
mundarEmerugu dA modalella marachu
andamuga diru vEnkaTAdreeSu mannanala
kanduverigina mElu kalanaina lEdu ||
You say "after i know what lies ahead, I?ll forget what was before"
can you know what lies ahead?
how can you forget what was before ? Is there an end ? That goodness that comes of knowing how to reach God you wont find it in your wildest dreams. is there an end?
तुम कहते हो, "जब भविष्य को जान लूंगा तो अतीत को भूल जाऊँगा"।
तुम भविष्य को कैसे देख सकते हो? तुम अतीत को कैसे भूल सकते हो?
क्या इसका कोई अंत है?
ऐसे तो, ईश्वर तक पहुँचने का परमानन्द, तुम सपने में भी नहीं पा सकते।