सोमवार, 25 जुलाई 2022

झूले में पवन के आई बहार.../ गीतकार : शकील बदायूँनी / गायन : गार्गी त्रिपाठी एवं गुरु चरण सिंह (गुरु जी)

 https://youtu.be/xYDufHlxOa8 

गीत : झूले में पवन के आई बहार...
फिल्म : बैजू बावरा (१९५२)
गीतकार : शकील बदायूँनी
संगीतकार : नौशाद अली 
गायन 
फिल्म में : लता मंगेशकर एवं मोहम्मद रफ़ी 
गायन प्रस्तुत वीडियो में : गार्गी त्रिपाठी एवं गुरु चरण सिंह (गुरु जी)

झूले में पवन के आई बहार नैनों में नया रंग लाई बहार प्यार छलके, हो प्यार छलके डोले मन मोरा सजना, डोले मन मोरा हो जी हो डोले मन मोरा सजना चूनरिया बार-बार ढलके झूले में पवन के... मेरी तान से ऊँचा, तेरा झूलना गोरी मेरे झूलने के संग तेरे प्यार की डोरी तू है जीवन सिंगार. प्यार छलके झूले में पवन के... बादल झूमते आये, गागर प्यार की लाये कोयल कूकती जाये, बन में मोर भी गाये छेड़ें हम-तुम मल्हार, प्यार छलके झूले में पवन के...

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