गुरुवार, 2 दिसंबर 2021

आहे बाबा करू ने धिया दान हे.../ बिहार का पारम्परिक विवाह गीत / स्वर : माधवी मधुकर झा

 https://youtu.be/3jikk1B3Hn0 

जांघिया चढ़ाए बाबा बैसला मंडप पर बाबा करू ने कन्यादान हे आहे बाबा करू ने धिया दान हे सिसकी सिसकी रोवे मैय्या सुनैना तुहु बेटी हर लै मोरा प्राण हे आहे बाबा करू ने कन्यादान हे जाहि धिया लेहो बाबा नटुआ नचौला हो
सेहो बेटी भेला वीरान हे पर पंकज गहि लाल लली के अग्नि के साक्षी रचाई हे आहे बाबा करू ने धिया दान हे दोनु कुल केरे बाबा नाम धराओल ब्राह्मण वेद पढ़ाओल हे कनैते कनैते बाबा करै कन्यादान सखी सब मंगल गाई हे आहे बाबा करू ने कन्यादान हे

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