मंगलवार, 21 मार्च 2023

अँखियन परत गुलाल लला ऐसी खेलो न होरी.../ परम्परागत शास्त्रीय कुमाउँनी होली / गायन : बबीता रावत विष्ट

 https://youtu.be/dErVwnNw16I  

अँखियन परत गुलाल लला ऐसी खेलो न होरी...
परम्परागत शास्त्रीय कुमाउँनी होली बैठकी 
गायन : बबीता रावत विष्ट 

अँखियन परत गुलाल
अरे हाँ, अँखियन परत गुलाल
अरे हाँ, अँखियन परत गुलाल
लला ऐसी खेलो न होरी

भर पिचकारी, सनमुख मारी 
भीजी चुनर मोरी सारी 
अरे हाँ, भीजी चुनर मोरी सारी 

लाल कपोल दुखन अब लागे 
झारत-झारत हारी 
अरे हाँ, झारत-झारत हारी 

अँखियन परत गुलाल
अरे हाँ, अँखियन परत गुलाल
लला ऐसी खेलो न होरी

देख रहीं सब संग की सहेली,
सारी बिरज की नगरिया 
अरे हाँ, सारी बिरज की नगरिया
अब तो राह छोड़ो मेरे मोहन 
तुम जीते मैं हारी 
रामा, तुम जीते मैं हारी 

अँखियन परत गुलाल
अरे हाँ, अँखियन परत गुलाल
लला ऐसी खेलो न होरी

ऐसी होली कबहूँ न खेली, 
जैसी श्याम खेलाई 
अरे हाँ, जैसी श्याम खेलाई 
गगरी फोड़ी, बहियाँ मरोड़ी,
तुम हो बड़े हरज़ाई 
हो रामा, तुम हो बड़े हरज़ाई 

अँखियन परत गुलाल
अरे हाँ, अँखियन परत गुलाल
लला ऐसी खेलो न होरी

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