सोमवार, 6 मार्च 2023

रंग का एक नाम फागुन है.../ अरुण मिश्र

https://youtu.be/b6dbZu-sZdw

रंग का एक नाम फागुन है...
-अरुण मिश्र.

सुब्ह  फागुन  है,  शाम  फागुन  है। 
जश्न - ए - खासो-आम  फागुन  है॥

सूखे   चेहरों  पे   भी   आई   रंगत।
रंग   का   एक   नाम   फागुन   है॥

जो  मिले,  रंग में  अपने  रंग  लो।
पूछो  मत  नाम-धाम,  फागुन  है॥

रंग, पिचकारी औ' बच्चों की हँसी।
बस  यही   ताम-झाम  फागुन  है॥

बाबा   देवर  लगे   हैं  फागुन   में।
इस  क़दर  बे-लगाम  फागुन   है॥

इसके आँखों की प्यास फागुन है
उसकी आँखों का ज़ाम फागुन है 

मौसमों  की   तमाम  हैं    ग़ज़लें।
मस्तियों  का  कलाम  फागुन  है॥
                       *

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