गुरुवार, 23 जुलाई 2020

रूदादे-सितम कह कर जब मैंने कहा समझे.../ हफ़ीज़ जालन्धरी (१९००-१९८२) / वहादत रमीज़

https://youtu.be/xOdyD1P8s2U
रूदादे-सितम कह कर जब मैंने कहा समझे
मुंह फेर के फ़रमाया  झूठे को खुदा समझे 

वो मेरी दुआओं को समझे कि शिक़ायत है 
क्यों मैंने शिकायत की इज़ उनकी बला समझे 

जो मुझपे मुसीबत है सब दिल की बदौलत है 
इस दिल ने मुझे खोया इस दिल को खुदा समझे 

सोचो तो इमाम दिल में जो क़द्र है वफ़ा की 
जो चाहने वाले को मजबूरे-वफ़ा समझे 


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