https://youtu.be/0rXrf6iqZhE
सावन – झूले तो पड़ गए बागन में...
राग - मिश्र पीलू (मध्यम से)
ताल - दीपचंदी
गायिका – सबीना मुमताज़ इस्लाम (कोलकाता)
संगीतकार - केवल कुमार
गीतकार - अशोक हमराही
सबीना मुमताज़ इस्लाम एक ख्यातिप्राप्त गायिका हैं।
संगीत से लगाव उन्हें बचपन से ही रहा। दस वर्ष की
उम्र में उन्होंने ऑल असम म्यूजिक कम्पिटिशन में
प्रथम पुरस्कार जीता था। शास्त्रीय- उपशास्त्रीय गायन में पारंगत सबीना इस्लाम ने
देश और विदेश में अपने कार्यक्रमों से संगीत के क्षेत्र में अपनी
ख़ास जगह बनाई है। वह ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन में
एक पूर्णकालिक कलाकार हैं, जहां वह ख्याल और लाइट दोनों
श्रेणी में "ए" ग्रेड कलाकार हैं। इसके अलावा, वह नियमित रूप से
विभिन्न टेलीविजन चैनलों में प्रदर्शन भी करती हैं। वह ख्याल
और लाइट क्लासिकल श्रेणी में ICCR (इंडियन काउंसिल फॉर
कल्चरल रिलेशंस) की एक प्रतिष्ठित कलाकार हैं। राष्ट्रीय और
अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित सबीना इस्लाम की गायकी
का एक ख़ास अंदाज़ है, जो आपको उनके गाए इस सावन गीत
में भी नज़र आएगा।
संगीत से लगाव उन्हें बचपन से ही रहा। दस वर्ष की
उम्र में उन्होंने ऑल असम म्यूजिक कम्पिटिशन में
प्रथम पुरस्कार जीता था। शास्त्रीय- उपशास्त्रीय गायन में पारंगत सबीना इस्लाम ने
देश और विदेश में अपने कार्यक्रमों से संगीत के क्षेत्र में अपनी
ख़ास जगह बनाई है। वह ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन में
एक पूर्णकालिक कलाकार हैं, जहां वह ख्याल और लाइट दोनों
श्रेणी में "ए" ग्रेड कलाकार हैं। इसके अलावा, वह नियमित रूप से
विभिन्न टेलीविजन चैनलों में प्रदर्शन भी करती हैं। वह ख्याल
और लाइट क्लासिकल श्रेणी में ICCR (इंडियन काउंसिल फॉर
कल्चरल रिलेशंस) की एक प्रतिष्ठित कलाकार हैं। राष्ट्रीय और
अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित सबीना इस्लाम की गायकी
का एक ख़ास अंदाज़ है, जो आपको उनके गाए इस सावन गीत
में भी नज़र आएगा।
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