https://youtu.be/_M_2fArVan8
हां हां हां मोहन गिरधारी
हां हां हां मोहन गिरधारी
ऐसो अनाड़ी चुनर गयो फाड़ी
हँसी हँसी दे गयो गारी
मोहन गिरधारी
हां हां हां..../
सुंदर रूप अहीर को छोरो
नैनन की छवि न्यारी
मोहन गिरधारी
हां हां......../
बंसी के बट पर जमुना के तट पर
सुंदर रास रचाई
मोहन गिरधारी
हां हां....../
दही मेरो खायो मटकी मेरी फोड़ी
हँसी हँसी दे गयो गारी
मोहन गिरधारी
हां हां....../
चीर चुराय कदम चढी बैठो
गोपी रही शरमाई
मोहन गिरधारी
हां हां......./
हरी हरी चुड़ियां पलंग पर तोड़ी
पलंग पर तोड़ी बलम घर तोड़ी
नाजुक बय्यां मरोड़ी
मोहन गिरधारी
हां हां.......//
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