https://youtu.be/kYbsf-6l9iw
गीत : चलते चलते, यूँही कोई मिल गया था...
संगीतकार : ग़ुलाम मोहम्मद
गीतकार : कैफ़ी आज़मी
गायिका : लता मंगेशकर (फिल्म में)
चाँदनी मिर्ज़ा (इस वीडियो में)
https://youtu.be/kYbsf-6l9iw
गीत : चलते चलते, यूँही कोई मिल गया था...
https://youtu.be/MKoCxBGi3iM
https://youtu.be/mKyoAa42YZM
गंभीर नाद मृदंगना धबके उरे ब्रह्मांडना
नित होत नाद प्रचंडना
नटराज राज नमो नमः...
शिर ज्ञान गंगा चंद्रमा चिद्ब्रह्म ज्योति ललाट मा
विषनाग माला कंठ मा
नटराज राज नमो नमः...
तवशक्ति वामांगे स्थिता हे चंद्रिका अपराजिता
चहु वेद गाए संहिता
नटराज राज नमोः...
https://youtu.be/kLlLjwt1ZMg
https://youtu.be/3CuqtihkxIM
अभी ना जाओ छोड़कर
के दिल अभी भरा नहीं
अभी ना जाओ छोड़कर
के दिल अभी भरा नहीं
अभी अभी तो आयी हो
अभी अभी तो
अभी अभी तो आयी हो
बहार बनके छायी हो
हवा ज़रा महक तो ले
नज़र ज़रा बहक तो ले
ये शाम ढल तो ले ज़रा
ये शाम ढल तो ले ज़रा
ये दिल संभल तो ले ज़रा
मैं थोड़ी देर जी तो लूँ
नशे के घूंट पी तो लूँ
नशे के घूंट पी तो लूँ
अभी तो कुछ कहा नहीं
अभी तो कुछ सुना नहीं
अभी ना जाओ छोड़कर
के दिल अभी भरा नहीं
सितारे झिलमिला उठे
सितारे झिलमिला उठे
चराग जगमगा उठे
बस अब ना मुझको टोकना
बस अब ना मुझको टोकना
ना बढ़के राह रोकना
अगर मैं रुक गयी अभी
तो जा ना पाऊँगी कभी
यही कहोगे तुम सदा
के दिल अभी नहीं भरा
जो ख़तम हो किसी जगह
ये ऐसा सिलसिला नहीं
अभी नहीं, अभी नहीं
नहीं नहीं, नहीं नहीं
अभी ना जाओ छोड़कर
के दिल अभी भरा नहीं
अधूरी आस
अधूरी आस छोड़के
अधूरी प्यास छोड़के
जो रोज़ यूँही जाओगे
तो किस तरह निभाओगे
के ज़िन्दगी की राह में
जवां दिलों की चाह में
कई मक़ाम आएंगे
जो हमको आज़मायेंगे
बुरा ना मानो बात का
ये प्यार है गिला नहीं
हाँ, यही कहोगे तुम सदा
के दिल अभी भरा नहीं
हाँ दिल अभी भरा नहीं
नहीं नहीं, नहीं नहीं
दुःख और सुख के रास्ते
बने हैं सबके वास्ते
जो हमसे हार जाओगे
तो किस तरह निभाओगे
ख़ुशी मिले हमें के ग़म
ख़ुशी मिले हमें के ग़म
जो होगा बाँट लेंगे हम
मुझे तुम आज़माओ तो
ज़रा नज़र मिलाओ तो
ज़रा नज़र मिलाओ तो
ये जिस्म तो सही मगर
दिलों में फासला नहीं
जहां में ऐसा कौन है
के जिसको ग़म मिला नहीं
जहां में ऐसा कौन है
के जिसको ग़म मिला नहीं
तुम्हारे प्यार की कसम
तुम्हारा ग़म है मेरा ग़म
न यूँ बुझे बुझे रहो
जो दिल की बात है कहो
जो मुझसे भी छुपाओगे
जो मुझसे भी छुपाओगे
तो फिर किसे बताओगे
मैं कोई गैर तो नहीं
दिलाऊँ किस तरह यकीं
दिलाऊँ किस तरह यकीं
के तुमसे मैं जुदा नहीं
मुझसे तुम जुदा नहीं
तुमसे मैं जुदा नहीं
मुझसे तुम जुदा नहीं
तुमसे मैं जुदा नहीं
मुझसे तुम जुदा नहीं
तुमसे मैं जुदा नहीं
मुझसे तुम जुदा नहीं
कहूँ किससे क़िस्सा-ए-दर्द-ओ-ग़म, कोई हमनशीं है न यार है
जो अनीस है तेरी याद है जो शफ़ीक़ है दिलज़ार है
तू हज़ार करता लगावटें मैं कभी न आता फ़रेब में
मुझे पहले इसकी ख़बर न थी तेरा दो ही दिन का ये प्यार है
ये नवीद औरों को जा सुना हम असीर-ए-दाम हैं ऐ सबा
हमें क्या चमन है जो रंग पर हमें क्या जो फ़सल-ए-बहार है
मुझे रहम आता है देखकर तेरा हाल ‘अक़बर’-ए-नौहागर
तुझे वो भी चाहे ख़ुदा करे कि तु जिसका आशिक़-ए-ज़ार है
kahoon kis se qissa-e-dard-o-Gham koi ham-nasheen hai na yaar hai
jo anees hai terii yaad hai jo shafeeq hai dil-e-zaar hai
Qissa: Anecdote, Dispute, Event, Fable, Happening, Incident, Legend, Matter, Romance, Story, Tale, Quarrel
Nasheen: Sitting
Ham-Nasheen: Associate, Playmate
Anees: Companion, Friend, Familiar
Shafeeq: Affectionate, Kind, Kind Hearted, Lenient
Zaar: Desire, Feeble, Garden Lamentation, Weak, Weeping, Wish
Dil-e-Zaar: Afflicted Heart
too hazaar kartaa lagaavaten main kabhi na aataa fareb mein
mujhe pehle is ki khabar na thi teraa do hi din ka ye pyaar hai
Lagaavat: Affection, Love
Fareb: Cheating, Deception, Deceit, Fraud, Illusion, Trick
Khabar: Account, Awareness, Information, Knowledge, News, Notice, Report, Rumor, Watchfulness
ye naweed auron ko jaa sunaa ham aseer-e-daam haim ai sabaa
hamein kyaa chaman hai jo rang par, hamein kyaa jo fasl-e-bahaar hai
Naweed: Good news, glad tidings;—invitation (to kinsfolk and brethren) to a wedding
Auron: Others
Aseer: Captive, Prisoner
Daam: Bid, Latch, Loan, Net, Price, Snare, Trap, Value
Aseer-e-Daam: Imprisoned
Sabaa: Breeze, Gentle Cool Breeze, Wind
Chaman: Flower Garden, Flower Bed, A Blooming or Flourishing Place
Fasl: Season, Harvest, Yield
Fasl-e-Bahaar: Season of Spring
mujhe raham aataa hai dekh kar tera haal ‘Akbar’-e-nauhagar
tujhe vo bhi chaahe Khudaa kare, ke tu jis ka aashiq-e-zaar hai
Raham: Pity, Benevolence, Kindness
Akbar: A reference to the poet, Akbar Allahabadi
Nauhaa: Lamentation, Mourning
Nauhagar: Mourner, Laminator
Aashiq: Admirer, Amorous, Enamoured, Gallant, Lover, Suitor
Aashiq-e-Zaar: Afflicted lover
https://youtu.be/A9sLWthAQvA
https://youtu.be/MJa-PNFRMNM