https://youtu.be/ha3V_87LvR0
लगता नहीं है दिल मेरा उजड़े दयार में...
शायर : बहादुर शाह 'ज़फर'
गायक : मोहम्मद रफ़ी
संगीत : एस. एन. त्रिपाठी
फिल्म ; लाल क़िला (१९६०)
शायर : बहादुर शाह 'ज़फर'
गायक : मोहम्मद रफ़ी
संगीत : एस. एन. त्रिपाठी
फिल्म ; लाल क़िला (१९६०)
लगता नहीं है दिल मेरा उजड़े दयार में
किसकी बनी है आलम-ए-नापायेदार में
किसकी बनी है आलम-ए-नापायेदार में
कह दो इन हसरतों से कहीं और जा बसें
इतनी जगह कहाँ है दिल-ए-दाग़दार में
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