शनिवार, 27 मई 2023

सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो.../ शायर : निदा फ़ाज़ली / गायन : चित्रा सिंह

 https://youtu.be/Wd_qbSShl_0  


सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो 
सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो 

किसी के वास्ते राहें कहां बदलती हैं 
तुम अपने आप को ख़ुद ही बदल सको तो चलो 

यहां किसी को कोई रास्ता नहीं देता 
मुझे गिरा के अगर तुम संभल सको तो चलो 

कहीं नहीं कोई सूरज धुआं धुआं है फ़ज़ा 
ख़ुद अपने आप से बाहर निकल सको तो चलो 

यही है ज़िंदगी कुछ ख़्वाब चंद उम्मीदें 
इन्हीं खिलौनों से तुम भी बहल सको तो चलो 

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