गुरुवार, 12 अगस्त 2021

ये कूचे ये नीलामघर दिलकशी के.../ साहिर लुधियानवी / स्वर : सागर सावरकर

 https://youtu.be/k4o_0_Cexk4 

चकले

ये कूचे ये नीलाम घर दिलकशी के

ये लुटते हुए कारवाँ ज़िंदगी के

कहाँ हैं कहाँ हैं मुहाफ़िज़ ख़ुदी के
सना-ख़्वान-ए-तक़्दीस-ए-मशरिक़ कहाँ हैं

ये पुर-पेच गलियाँ ये बे-ख़्वाब बाज़ार

ये गुमनाम राही ये सिक्कों की झंकार
ये इस्मत के सौदे ये सौदों पे तकरार

सना-ख़्वान-ए-तक़्दीस-ए-मशरिक़ कहाँ हैं

तअफ़्फ़ुन से पुर नीम-रौशन ये गलियाँ
ये मसली हुई अध खिली ज़र्द कलियाँ
ये बिकती हुई खोखली रंग-रलियाँ

सना-ख़्वान-ए-तक़्दीस-ए-मशरिक़ कहाँ हैं

वो उजले दरीचों में पायल की छन छन


तनफ़्फ़ुस की उलझन पे तबले की धन धन
ये बे-रूह कमरों में खाँसी की ठन ठन

सना-ख़्वान-ए-तक़्दीस-ए-मशरिक़ कहाँ हैं

ये गूँजे हुए क़हक़हे रास्तों पर
ये चारों तरफ़ भीड़ सी खिड़कियों पर
ये आवाज़े खिंचते हुए आँचलों पर

सना-ख़्वान-ए-तक़्दीस-ए-मशरिक़ कहाँ हैं

ये फूलों के गजरे ये पीकों के छींटे


ये बेबाक नज़रें ये गुस्ताख़ फ़िक़रे


ये ढलके बदन और ये मदक़ूक़ चेहरे

सना-ख़्वान-ए-तक़्दीस-ए-मशरिक़ कहाँ हैं

ये भूकी निगाहें हसीनों की जानिब
ये बढ़ते हुए हाथ सीनों की जानिब
लपकते हुए पाँव ज़ीनों की जानिब

सना-ख़्वान-ए-तक़्दीस-ए-मशरिक़ कहाँ हैं

यहाँ पीर भी चुके हैं जवाँ भी
तनौ-मंद बेटे भी अब्बा मियाँ भी

ये बीवी भी है और बहन भी है माँ भी

सना-ख़्वान-ए-तक़्दीस-ए-मशरिक़ कहाँ हैं

मदद चाहती है ये हव्वा की बेटी
यशोदा की हम-जिंस राधा की बेटी
पयम्बर की उम्मत ज़ुलेख़ा की बेटी

सना-ख़्वान-ए-तक़्दीस-ए-मशरिक़ कहाँ हैं


बुलाओ ख़ुदायान-ए-दीं को बुलाओ

ये कूचे ये गलियाँ ये मंज़र दिखाओ

सना-ख़्वान-ए-तक़्दीस-ए-मशरिक़ को लाओ

सना-ख़्वान-ए-तक़्दीस-ए-मशरिक़ कहाँ हैं


शब्दार्थ 

मुहाफ़िज़ - रक्षक
ख़ुदी - अहं
सना-ख़्वान - उपासक
तक़्दीस - श्रेष्ठता
मशरिक़ -पूर्व
सना-ख़्वान-ए-तक़्दीस-ए-मशरिक़ - पूर्व की श्रेष्ठता के उपासक
पुर-पेच - घुमावदार
बे-ख़्वाब - स्वप्नहीन
इस्मत - सतीत्व
तअफ्फ़ुन - दुर्गन्ध
पुर - पूर्ण
नीम-रौशन - अल्प प्रकाशित
ज़र्द - पीली
दरीचों - खिड़कियों
तनफ़्फ़ुस - श्वाँस की गति
बे-रूह - निर्जीव
मदकूक़ - क्षय ग्रस्त
तनौ-मंद - स्वस्थ
हम-जिंस - सजातीय
पयम्बर की उम्मत - हज़रत मुहम्मद के अनुयायी
ज़ुलेखा - मिस्र की महारानी जो हज़रत यूसुफ़ पर आशिक़ थीं
ख़ुदायान-ए-दीं - धर्म के ख़ुदाओं


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