शनिवार, 16 मार्च 2024

मेरो खोई गयो बाजूबन्द रसिया होरी में.../ होरी रसिया / कीर्तनकार : रसेश शाह

 https://youtu.be/A5hvnneGcVY  

मेरो खोय गयो बाजूबंद,
रसिया होरी में,
होरी में, होरी में,
होरी में, होरी में,
मेरो खोय गयो बाजूबंद,
रसिया होली में ।

बाजूबंद मेरे बड़ो रे मोल को,
तो पे बनवाऊँ पुरे तोल को,
सुनो नन्द के फ़रजंद,
रसिया होरी में,
मेरो खोय गयो बाजूबंद,
रसिया होली में।

सास लड़ेगी मेरी ननद लड़ेगी,
खसम की सिर पे मार पड़ेगी,
हे जाय सब रस भंग,
रसिया होरी में,
मेरो खोय गयो बाजूबंद,
रसिया होली में ।

उधम लाला तेने बहुत मचायो,
लाज शरम जाने कहाँ धरी आयो,
मैं तो होय गई तोसे तंग,
रसिया होरी में,
मेरो खोय गयो बाजूबंद,
रसिया होली में।

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