मंगलवार, 2 फ़रवरी 2021

शोला-ए इश्क बुझाना भी नहीं चाहता है.../ डा. इरफ़ान सिद्दीकी (1939-2004) / कविता सेठ

 https://youtu.be/pTjsnj0v8Vo

Irfan siddiqui
One of the most-prominent modern poets, 
famous for his neo-classical poetry, Irfan siddiqui was 
born 8th Jan 1939 in Badayun. 
His poetic works include "kanvas","Shab-e-darmian",  
"Ishq-nama", "Saat amavat", "Hava-e-dashte marya". 
"Darya" is the compilation of all these books published 
from Pakistan. He died in Lucknow in 2004.

शोला-ए-इश्क़ बुझाना भी नहीं चाहता है

वो मगर ख़ुद को जलाना भी नहीं चाहता है

उस को मंज़ूर नहीं है मिरी गुमराही भी

और मुझे राह पे लाना भी नहीं चाहता है

जब से जाना है कि मैं जान समझता हूँ उसे

वो हिरन छोड़ के जाना भी नहीं चाहता है

सैर भी जिस्म के सहरा की ख़ुश आती है मगर

देर तक ख़ाक उड़ाना भी नहीं चाहता है

कैसे उस शख़्स से ताबीर पे इसरार करें

जो हमें ख़्वाब दिखाना भी नहीं चाहता है

अपने किस काम में लाएगा बताता भी नहीं

हम को औरों पे गँवाना भी नहीं चाहता है

मेरे लफ़्ज़ों में भी छुपता नहीं पैकर उस का

दिल मगर नाम बताना भी नहीं चाहता है

Kavita Seth
Kavita Seth, (Born: 14 September 1970, Bareilly) is an 
Indian singer, who is most known as a playback singer 
in Hindi cinema, as well as a performer of Ghazals and 
Sufi music, and leads a Sufi musical group, 'Karwaan'. 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें