https://youtu.be/IaG4pFnePXA
पयामे-इश्को-मोहब्बत
हमें पसंद नहीं
पयामे-इश्क़ो-मोहब्बत
हमें पसंद नहीं
ये दिल्लगी ये शरारत
हमें पसंद नहीं
बजा नहीं था ये
इज़हार बेक़रारी का
लिहाज़ कुछ तो किया होता
पर्दा दारी का
हया से इतनी बग़ावत
हमें पसंद नहीं
पयामे-इश्क़ो-मोहब्बत
हमें पसंद नहीं
हमें तो हंस के
सितारों ने भी नहीं देखा
हमें तो हंस के
सितारों ने भी नहीं देखा
नज़र मिला के
बहारों ने भी नहीं देखा
किसी निगाह की जुर्रत
हमें पसंद नहीं
ये दिल्लगी
ये दिल्लगी ये शरारत
हमें पसंद नहीं
जो तख़्त ओ ताज के वारिस हों
उनका प्यार ही क्या
बदलने वाली निगाहों का
ऐतबार ही क्या
हुज़ूर की ये इनायत
हमें पसंद नहीं
पयामे-इश्क़ो-मोहब्बत
हमें पसंद नहीं.
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