https://youtu.be/8ObBFsI4dVs
Aamada ba Qatl-e-Mann Poet : Hazrat Amir Khusrau Recital : Sufi Singer Ustad Nadeem
आमादा ब क़त्ल-ए-मन, आँ शोख़ सितमगारे
आमादा मेरे क़त्ल को है वो शोख सितमगर
ये अजब तमाशा, नहीं हूँ मैं तो गुनहगार
ग़र नाम-ओ-निशान-ए-मन, पुरसन्द बिगो क़ासिद
आवारा-ओ-मजनूँ ने, रुस्वा सर-ए-बाज़ारे
ग़र नाम-ओ-निशां पूछे मेरा, कहना ऐ क़ासिद
आवारा है इक मजनूँ और रुस्वा सर-ए-बाज़ार
ख़्वाही के शिफ़ा बाशद, बीमार-ए-मोहब्बत रा
चाहे जो तू, बीमार-ए-मुहब्बत शिफ़ा पाए
इक घूँट, ख़ुदारा पिला फिर, शरबत-ए- दीदार
ऐ ईसाइ-ए-बीमारां, दर हिज़्र-ए-तु रंज-ओ-रम
बीमारों के ऐ ईसा, तेरे हिज़्र में हूँ मायूस
दर लज़्ज़त-ए-दीदार अश, ख़ुसरो चे तो अः ग़ुफ्तम
सर दादम-ओ-जां-दादम, ना दीदा रुख़-ए-यारे
ख़ुसरो कहूं क्या उसके मैं दीदार की लज़्ज़त
सर दिया, जां दी , न दिखा फिर भी रुख़-ए-यार
Aamada ba Qatl-e-Mann
Poet: Hazrat Amir Khusrau
Recital: Maulvi Haider Hassan Vehranwale Qawwal and Party
Lead vocalists: Maulvi Haider Hassan & Zameer Hassan Khan
Vocalists: Fakhar Hassan Khan, Tallat Hassan Akhtar & Saqib Hassan
Harmonium: Fakhar Hassan Khan and Zameer Hasan Khan
Tabla and Dhol: Nasir Hasan
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें